तरेमासिक पतरिका

हाथी ते बरही

हेक जुवान हेक डियो इसड़ी जगा कन्‍नू निकड़ला जिट्‍ठे घणे सारे हाथी ब़ंधले पलते ले। अचानचक ओच्‍ची दीद हाथी चे पग पे गेल्‍ली ते ओ हा डेखती कन्‍न हेरान रहती गेल्‍ला की हेक बडा हाथी पतली जीं बरही लारे खूंटे लारे ब़ंधला पलता ला। हाथी चहावे आ ता हेके झटके लारे बरही तरोड़ती कन्‍न चाहला जाये आ मगर कुई ता कारण हुवी जक्‍को हाथी बरही तरोड़ती कन्‍न ना जायी पल्‍ला।

लालच चा फल

हेक वारी हेक जुवान आपणी छ्‍वेरी चा बिहा करणे कल्‍ले। हेके सोंकार कन्‍नू ठांवे मांगणे कल्‍ले गेल्‍ला। सोंकार ने ओन्हूं कहले की कई जमानत गिवाहाती डे। ओण्हे सोंकार नूं जमानत गिवाहाती डिल्‍ली ते मन मां सोचले की हाली ता मन्‍नू घणे बिहे करणे के ताणी जमानत डित्‍ता रिहीं। ओण्हे हेक उपाय सोचला। जिसे बेल्हे ठांवे पुट्‍ठी डिऊं गेल्‍ला ता वाच्‍चे लारे पांच ठांवे नेरी वी

चलाक किसान

हेक वारी हेक किसान हेक ब़ाकरी, हेक खड़ ची गांठड़ी ते हेके सेर नूं गेहती कन्‍न नद्‍दी लारे भिलता ला। ओन्हूं बेड़ी लारे नद्‍दी पार करणी हुत्‍ती पर बेड़ी घणी निकड़ी हुत्‍ती। ओ सारा समान चत्‍ती कन्‍न हेक्‍की वारी मां ना जा सगे ला। ओ अगर सेर नूं पहले पुजाओ ता इंगे ब़ाकरी सारे खड़ खाती जायी ते अगर खड़ नूं पहले पुजाओ ता इंगे सेर ब़ाकरी नूं खाती जायी।बाद मां ओन्हूं हेक उपाय स

समझदार ची परिकसा

घणे सम्‍मे पहले ब़ाले पड़णे कल्‍ले गुरू चे आसरम मां जत्‍ती। ओ बेल्हे हर ब़ाला नूं आपणे जीवन चे पच्‍ची साल गुरू चे आसरम मां बितावणे पड़ते। ओ बेल्हे हेक पण्डत हुत्‍ता राधेसाम। ओच्‍चा आसरम बडा मनला आल्‍ला हुत्‍ता ते उट्‍ठे बडी दूरी-दूरी चे चेले पड़णे कल्‍ले आत्‍ते। हा बात वा डिय्हा ची छे जिसे बेल्हे राधेसाम बुड्‍ढा हुत्‍ती गेल्‍ला ते ओच्‍ची टब़री मरती गेल्‍ली हुत्‍ती। घर

अरूणी उदालक ची गुरु भगति

राजा जनमेज ची नगरी मां हेक अयुधा नावा चा गुरु रहता। एचा हेक घणा प्‍यारा चेला हुत्‍ता, अरूणी। अरूणी ची गुरु भगति एतिहास चे पन्‍ना मां पढने कल्‍ले मिले वे।हेक वारी हेके गांवा चे पेल्‍ले पासू ब़ंध मां तेड़ आती गेल्‍ली। उट्‍ठु पाणी रिसू लागती गेल्‍ले। ए पाणिया नूं रोकणे घणे जरूरी हुत्‍ते। जिसे बेल्हे ये बाते चा पता गुरू नूं लागला ते ओन्हूं गांवा ची फसल खराब होणे ची चेन्ता

सारा मूं बडा पोण्‍ण

हेक राजा हुत्‍ता, ओ हमेसा ही बन्दा चे भले सोचता। ओ इतने काम करता की आपणे डोक्‍ख-सोक्‍ख छोड़ती कन्‍न सारा सम्मे बन्दा ची सेवा मां लाता। ओ कन्‍नू इतना सम्‍मे वी कोन्हीं हुत्‍ता की ओ नरीकार ची भगति करती गिहो। हेक डियो राजा जंगल मां घूमणे कल्‍ले गेल्‍ला की ओन्हूं हेक देवते चे दरसन हुल्‍ले। राजा ने ओन्हूं हाथ जोड़ती कन्‍न नमस्कार करला। ओण्हे ओच्‍चे हाथ मां हेक किताब डेखती

पाणिया चा मीट्‍ठापण

गरमिया चे डिय्‍हा मां हेक चेला सात डिय्हा चा छुट्‍टिया गेहती कन्‍न घरे जाये पलता ला। वा डिय्हे गांवा डुस टुरती कन्‍न जते। जते बेल्हे ओन्हूं रस्ते मां हेक खू डिसला। चेले नूं तर्रेस लागली, ए सांगू ओण्हे खूवा मूं पानी छिकती कन्‍न पीले। पाणी पीते ही ओच्‍चा गला भिती गेल्‍ला कांकी खूवा चे पानी मीट्‍ठे ते ठाडे हुत्‍ते। चेले ने सोचले कां ना खूवा चे पाणी गुरू कल्‍ले वी भरली जा

अरजुन चा घमण्ड

हेक वारी अरजून नूं हा घमण्ड हुत्‍ती गेल्‍ला की ओ नरीकार चा सारा मूं बडा भगत छे। ओच्‍ची ये बाते नूं किरसन ने समझती गेल्‍ले। हेक डियो ओ आपणे लारे अरजून नूं घुमावणे कल्‍ले गेहती गेल्‍ला। रस्ते मां वान्हूं हेक गरीब बरामण मिड़ला। ओच्‍चा सुभा थोड़ा अल्ग हुत्‍ता। ओ सुकले आल्‍ले खड़ खाये ब़ेहलता ला ते ओच्‍ची कड़ी पे तलवार लटकली पलती ली। अरजून ने ओ कन्‍नू पूछले, तू ता कान्हूं

नकल करणे आल्‍ला काग

हेक सम्‍मे ची बात छे, पहाड़ा पे हेक बाज रहता। ओच्‍चे लारे बणा पे हेक काग वी रहता। काग घणे आलसी सुभा चा हुत्‍ता। ओ आपणा भोजन सोधणे कल्‍ले मेहनत ना करता। ओ हमेसा अराम लारे खाणे ची सोचता ता बाज नूं सिकार करते हुये डेखता ते आपणे मन मां सोचता की ओ वी बाज आल्‍ली कन्‍न सिकार करणा सिखती जाओ ता पहाड़ा तले रहणे आल्‍ले सस्‍या चा सिकार करती कन्‍न कई डिय्‍हे मजे लारे खाले करी। सस्

लोम्‍बड़ी ते सारस

जंगल मां हेक चलाक लोम्बड़ी रहती। विन्‍नू नेरा नूं मुरख बणावणे मां मजा आता। विच्‍ची यारी हेक सारस लारे हुत्‍ती मगर सारस घणा सीद्‍धा-सादा ते सच्‍चा हुत्‍ता। हेक डियो लोम्ब़डी ने सोचले कां ना सारस लारे हंसी-मजाक करला जाये। हा सोचती कन्‍न लोम्बड़ी सारस कन्‍नू गेल्‍ली ता विणे ओन्हूं आपणे घरे खातरदारी कल्‍ले हकारले। सारस ब़ोड़ला, मन्‍नू आपणे घरे भोजन कल्‍ले हकारणे

पंचांग

वरणमाला केदा

भासा जागरूकता पोस्टर