तरेमासिक पतरिका

चुटकुले (201-210)

201 गुरजी- 1869 मां का हुलते ले?
सुरेस- गांधी जमला हुत्‍ता।
गुरजी- बिलकोल्‍ल सई ब़ेसती रहे। पप्‍पू तू बावेड़………1872 मां का हुलते ले?
पप्पू- गुरजी, गांधी तीं साल चा हुत्‍ती गेलता ला।

ओड चे आच्छे विचार (425-450)

426 मे खोद्‍द कन्‍नू कड्‍डी हारला कोन्हीं, बलति नेरा ची का ओकात जक्‍को मन्‍नू हरा सगो।


427 जक्‍को खोद्‍द नू ना बदल सगी वी, वे कस्‍सा नवें ना कर सगी वी। जार्ज बनार्ड शा


428 घुस्‍सा ते अंधारी डोन्हीं हेक्‍क-सिरके छी, चोप्‍प होणे चे बाद पत्‍ता लागे वे की कितने नुकसान हुल्‍ले।


429 काये बुरे सम्‍मे मां ओच्‍चा हाथ पकड़ा, मदत करा ते हिम्मत ब़ंधावा कांकि बुरा सम्‍मे ता थोड़े डिय्‍हा मां चाहला जायी! पर ओ दुवा तम्हांनू जिन्दगी भर डिता रिही।

ओड चे आच्छे विचार (401-425)

401 देर लागी मगर सब ठीक हुवी अम्हां नूं जक्‍को चाही छे ऊं मिली, मायी मन्‍ना डिय्‍हे बुरी छे जिनदगी कोन्हीं।


402 ‍आच्‍छे यार, आच्‍छे रिसतेदार ते आच्‍छे बिचार यां कन्‍नू रिही वी ओन्‍हूं मोल्ख ची कुई ताकत ना हरा सगी।


403 डोक्‍ख जिन्दगी मां ए सांगू आवे वे ताकि अम्हीं सोक्ख चा फेदा समझ सगू।

ओड चे मुहारे (226-250)

226. झोली फेलाली
अर्थ- याचना करना।
वाक्‍य प्रयोग- बाबे ने भगत चे सामणे झोली फेलाली।


227. बडा नीच छे
अर्थ- कपटी मित्र।
वाक्य प्रयोग- जमील खा हेक बड़ा नीच छे।


228. आपणे घुस्‍से नूं पिती गेल्‍ला
अर्थ- अन्दर ही अन्दर दुखी रहना।
वाक्‍य प्रयोग- महेन्दर डरा कन्‍नू आपणे घुस्‍से नूं पिती गेल्‍ला।

ओड चे आच्छे विचार (376-400)

376 पड़ाई मां घणी तागत हुवे वे, हा जिन्दगी चे सारे डोक्‍ख नूं खतम करती नाखे वे।


377 सम्‍मे कन्‍नू इतना वी सम्‍मे कोन्हीं कि ओ तन्‍नू बलति सम्‍मे डे सगो।


378 जीवन मां आपा नूं कूण मिली हा सम्‍मे तय करे वे, जीवन मां आपू कान्हूं मिलू हा आपू तय करू वी, काये देल्‍ल मां रिहूं हा आपणा वेवहार तय करे वे।


379 सफल बन्दे खोस्‍स रिहो ना रिहो पर हेक खोस्‍स बन्दे सफल जरूर हुवे वे।

ओड चे आच्छे विचार (351-375)

351 कस्‍सा ना मिली मोल्ख मां मेनत चे सिवा, आपा नूं आपणी पच्‍छावें वी चिटके मां मिली वी।


352 काये भले ना करणे ही बुरे करणे जिसड़े छे।


353 यारा नूं हमेसा ओच्‍चे करम लारे परखणे चाही छे ना कि ओच्‍चे सबद लारे।


354 जक्‍को बन्दी आपणी सोच ना बदल सगी, वे वासता मां कस्‍सा ना बदल सगी।


355 पहले केड़ी कामे करा, होली कामे ता आपणे आप हुत्‍ती जाये।

ओड चे आच्छे विचार (326-350)

326 आई चे प्‍यार ची हेक बूंद अमरत कन्‍नू वी घणी मीट्‍ठी छे। जयशंकर प्रसाद


327 मायी खोद्‍द ची इजाजत चे बेन्‍न कुई वी मन्‍नू ठेस ना पुजा सगी। महातमा गांधी


328 आपणे राज चा बाता कान्हूं ना बावड़ा, हा आदत आपा नूं खतम करती नाखे। चाणक्‍य


329 अगर आपू सोचू सारे कोच्छ आच्‍छे हुवी ता उं जरूर हुवी।


330 पड़ाई बेन्‍न कुई ग्‍यान कोन्हीं। थामस फूलर

ओड चे आच्छे विचार (301-325)

301 हर बन्दे चे मरणे ओच्‍चे जनम चे पहले तय रिहे वे।


302 अगर आपू साओ बन्दा नूं ना खुला सगू ता हेक नूं खुलाओ जत्‍ती। मदर टेरेसा


303 जकीन मां वा तागत छे, एच्‍चे लारे उजड़ले आल्‍ले मोल्‍ख मां वी रोसणी कर सगू। हेलेन केलर


304 आपू ओ ताणी दरिया नूं पार ना कर सगू जे ताणी आपा नूं किनारे चे ओझल होणे चा असास ना हुवी वी। क्रिस्टोफर कोलम्बस


305 नरीकार चा कुई दीन धरम कोन्हीं। महात्मा गांधी

पंचांग

वरणमाला केदा

भासा जागरूकता पोस्टर