1. जक्को भाग मां छे , उं जरूर मिली , जक्को भाग मां कोन्हीं , उं आती कन्न वी चाहले जायी।
2. कामयाब होणे कल्ले हेकले ही उगते जाणे पड़े वे, लोक तां ओ बेल्हे भांसू आवे वे, जिसे बेल्हे अम्हीं कामयाब हूं लागती जाऊं वी।
3. अगर तम्हीं चाहवा कि तमचे मरणे चे बाद लोक तम्हां नूं भूलती ना जाओ, ता कस्सा पड़ने कल्ले लिखा या इसड़े करा जक्को लिखणे लेक हो। फ्रैंकलिन
4. बिचार ही बन्दे नूं महान बणावी वी ता बिचार ही तले ढावी वी।
5. जिबान जन्म कन्नू हुवे वे, ता मेल्ले तक आपणे लारे रिहे वे कांकि वा कोमल हुवे वे। डांत जन्म चे बाद आवी वी, ता मरणे चे पहले भांती जायी वी कांकि ये कठोर हुवी वी।
6. कुड़ मारती कन्न यार बणावणे कन्नू सच बोलती कन्न दुसमन बणावणे कई गुणा आच्छे छे।
7. जिम्मेवारिया मजबूर करती नाखी वी आपणा सहर छोड़ने कल्ले, कूण छे जक्को आपणी गेली मां ना जीणा चहावी।
8. जिसे बेल्हे कुई गरीब नूं हंसते डेखे वे ता समझती जा वे कि खुसिया चे पेसे लारे कुई डेणे-लेणे कोन्हीं।
9. हेके डिवे लारे घणे सारे डिवे बाल सगू, बलति वी ओच्ची रोसनी कम ना हुवी वी। यूं ही खुसिया बांटणे लारे बद्धी वी ना कि कम हुत्ती जायी वी। गौतम बुध्द
10. जीवन मां कड्डी वी कुई चीज नूं बेकार नी समझणे चाही छे कांकि बन्द हुल्ली आल्ली घड़ी वी डिया चे डोन वार सही सम्मे बावड़े वे।
11. या कन्नू हेक आच्छा यार छे, ओन्हूं कुई वी सीसे ची लोहोड़ कोन्हीं। रूमी
12. भाग नरीकार ना बणावी वी, आपणा बिस्वास बणावे वे। पं श्रीराम शर्मा आचार्य
13. अगर तम्हीं तिक्खे टुरणा चाहवा ता हेकले टुरती कन्न डेखा। मगर दूर तक जाणा चाहवा ता लारे-लारे टुरा। रतन टाटा
14. जक्को हमेसा डोक्ख करते रिही, ओन्हूं आपणे जीवन मां कड्डी वी सोक्ख नी मिली। वाल्मीकी रामायण
15. आपा नूं जिसड़े बन्दे बणने, उसड़े बणने कल्ले इच्छा, लगन ते होसला होणा चाही छे। जाँर्ज शीहन
16. जिसे बन्दे ने कड्डी वी कुई गलती कोन्हीं करली, ओण्हे कड्डी वी कस्सा नवें करणे ची कोन्हीं सोचली हुवी। अल्बर्ट आइस्टीन
17. सफलता ची खुसी मनावणा आच्छे छे पर ओच्चे कन्नू जादा जरूरी छे आपणी गलती कन्नू कतरा जी सीख गेहणा। बिल गेट्स
18. बितले आल्ले सम्मे कल्ले नी रोणे चाही छे कांकि ओ निकलती गेल्ला ता भविसय ची चिन्ता करणा छोड़ती डिया कांकि ओ हालि आल्ला कोन्हीं, वरतमान मां जिया, एन्हूं आच्छे बणावणे ची सोचा।
19. हेक आच्छा रवेया हेक आच्छा डियो बणावे वे ता हेक आच्छा डियो हेक आच्छा मेहना ता हेक आच्छा मेहना हेक आच्छा साल ता हेक आच्छा साल हेक आच्छा जीवन बणावे वे।
20. जिन्दगी ची परिकसा मां अधिकतर बन्दी ए सांगू रहती जायी वी कांकि वे नेरा ची नकल करी वी पर वे हा ना समझी वी कि सारा चे सवाल अंज-अंज रिही वी।
21. घड़िया सुधारणे आल्ले ता घणे लाभती जायी वी पर आपणा जीवन खोद्द सुधारणा पड़े वे।
22. फल आल्ले बण ता गुणा आल्ले बन्दे ही झुके वे, सुखले आल्ले बण ते मुरख बन्दे कड्डी वी ना झुकी वी। कद्दर ता बन्दे ची हुवे वे, कद कन्नू ता बन्दे ची पच्छावें बडी रिही वी।
23. रिसते कितने वी बुरे हो मगर वान्हूं कड्डी वी नी छोड़ने चाही छे कांकि पाणी चाहे कितने वी गन्दे हो, अगर अम्हीं ओन्हूं पी ना सगू वी ता भा ब़िझावणे चे काम आती जाये वे।
24. जक्को बितती गेल्ले उं ता गेल्ले, जक्को आवणे आल्ले छे ओच्चे बारे मां अम्हीं जाणू ना, मगर वरतमान ता आपणे हाथ मां छे।
25. नरीकार ची दीद मां बडे बन्दे उं कोन्हीं जक्को लक्खो रूपे कमावे पल्ले। बडे बन्दे ता उं छे जक्को लक्खो बन्दा चे देल्ल जीतती गिहे वे।
- टिपणी डाक करा
Comments
सलाह
बिहा मां कम कनूँ कम बंदा नु हकारा । तू करोना कन्नू बच्चा।
धन्यवाद
बिहा मा ंघट कन्नू घट बन्दा नूं हकारा ता आपू करोना कन्नू बच सगू