ओड चे किस्‍से

अकबर ने कड़ाके चे पाले मां एलान करला की जक्‍को बन्दे सारी रात आधे डुब़ती कन्‍न पाणिया मां भिल्‍ले रिही ता में ओन्‍हूं हेक हजार मोहरा एनाम मा डी। हेक गरीब धोब़ी ने आपणी गरीबी दुर करणे कल्‍ले सारी रात ठाडे पाणिया मां भिल्‍ला रहला, बाद मां ओ एनाम गहणे कल्‍ले बादसा चे महल म

सेर, लोम्बड़ी ते गाड़े तीन यार हुत्‍ते। तीहीं ने हेक डियो सिकार करणे ची सोचली। तीन्हीं सिकारा चे चक्‍कर मां टुरती पल्‍ले। वान्हूं हेक रोझड़ी डिसली। वे रोझड़ी भांसू लागती गेल्‍ले। रोझड़ी दरोड़ती-दरोड़ती थाकती गेल्‍ली। सेर ने रोझड़ी नूं मारती नाखले ते सेर ने गाड़े नूं कहल

हेकवारी हेक राजा आपणे राज्‍ये मां घुमणे कल्‍ले निकड़ला। घुमते-घुमते ओ हेके गांवा मां पुजला। ओण्हे उट्‍ठे डेखले की हेके खेत मां हेक किसान काम करे पलता ला। ओ पघरों पाणी हुल्‍ला भिलता पर ओच्‍चे मूंह पे मेहनती ची खुसी हुत्‍ती। ओ खूवा मूं पाणी छिकती खेत मां नाखे पलता ला। राज

हेक वारी हेक बारासींगा जोहड़ मां पाणी पीये पलता ला। ओण्हे पाणिया मां आपणी पच्‍छांवे डेखली ते सोचू लागती गेल्‍ला की मायी सींगे कितनी सोहणी छी पर माये पग कितने पतले-पतूंग ते बेकार छी।ओ बेल्हे ओच्‍चे कान मां सेर चे दहाड़ने ची अवाज गुंजली। बारासींगा डर्रा कन्‍नू दरोड़ती पल्

हेक सम्‍मे ची बात छे, घणे सारे डेडर जंगल मां जायी पलते ले। वे आपसी बाता मां घणे मगन हुल्‍ले जायी ले। ओ बेल्हे वाच्‍चे मूं डोन डेडर खड्‍डे मां ढेती पल्‍ले। नेरे डेडर ने डेखले ता वाच्‍चे यार घणे झिंक्‍के खड्‍डे मां ढेती पल्‍ले। खड्‍डा घणा झिंक्‍का हुत्‍ता ए सांगू वाण्हे स

हेक जुवान हेक डियो इसड़ी जगा कन्‍नू निकड़ला जिट्‍ठे घणे सारे हाथी ब़ंधले पलते ले। अचानचक ओच्‍ची दीद हाथी चे पग पे गेल्‍ली ते ओ हा डेखती कन्‍न हेरान रहती गेल्‍ला की हेक बडा हाथी पतली जीं बरही लारे खूंटे लारे ब़ंधला पलता ला। हाथी चहावे आ ता हेके झटके लारे बरही तरोड़ती कन्

हेक वारी हेक जुवान आपणी छ्‍वेरी चा बिहा करणे कल्‍ले। हेके सोंकार कन्‍नू ठांवे मांगणे कल्‍ले गेल्‍ला। सोंकार ने ओन्हूं कहले की कई जमानत गिवाहाती डे। ओण्हे सोंकार नूं जमानत गिवाहाती डिल्‍ली ते मन मां सोचले की हाली ता मन्‍नू घणे बिहे करणे के ताणी जमानत डित्‍ता रि

हेक वारी हेक किसान हेक ब़ाकरी, हेक खड़ ची गांठड़ी ते हेके सेर नूं गेहती कन्‍न नद्‍दी लारे भिलता ला। ओन्हूं बेड़ी लारे नद्‍दी पार करणी हुत्‍ती पर बेड़ी घणी निकड़ी हुत्‍ती। ओ सारा समान चत्‍ती कन्‍न हेक्‍की वारी मां ना जा सगे ला। ओ अगर सेर नूं पहले पुजाओ ता इंगे ब़ाकरी सार

घणे सम्‍मे पहले ब़ाले पड़णे कल्‍ले गुरू चे आसरम मां जत्‍ती। ओ बेल्हे हर ब़ाला नूं आपणे जीवन चे पच्‍ची साल गुरू चे आसरम मां बितावणे पड़ते। ओ बेल्हे हेक पण्डत हुत्‍ता राधेसाम। ओच्‍चा आसरम बडा मनला आल्‍ला हुत्‍ता ते उट्‍ठे बडी दूरी-दूरी चे चेले पड़णे कल्‍ले आत्‍ते। हा बात

राजा जनमेज ची नगरी मां हेक अयुधा नावा चा गुरु रहता। एचा हेक घणा प्‍यारा चेला हुत्‍ता, अरूणी। अरूणी ची गुरु भगति एतिहास चे पन्‍ना मां पढने कल्‍ले मिले वे।हेक वारी हेके गांवा चे पेल्‍ले पासू ब़ंध मां तेड़ आती गेल्‍ली। उट्‍ठु पाणी रिसू लागती गेल्‍ले। ए पाणिया नूं रोकणे घणे

पंचांग

वरणमाला केदा

भासा जागरूकता पोस्टर