हेक राजा हुत्ता, ओ हमेसा ही बन्दा चे भले सोचता। ओ इतने काम करता की आपणे डोक्ख-सोक्ख छोड़ती कन्न सारा सम्मे बन्दा ची सेवा मां लाता। ओ कन्नू इतना सम्मे वी कोन्हीं हुत्ता की ओ नरीकार ची भगति करती गिहो। हेक डियो राजा जंगल मां घूमणे कल्ले गेल्ला की ओन्हूं हेक देवते चे दरसन हुल्ले। राजा ने ओन्हूं हाथ जोड़ती कन्न नमस्कार करला। ओण्हे ओच्चे हाथ मां हेक किताब डेखती कन्न ओ कन्नू पूछले, महाराज दुद्धे हाथ मां ईं का छे? देवता ब़ोडला, हा माये हिसाब चा खाता छे। जिसे मां भगति करणे आल्ला चे ना लिखले पल्ले। राजा निरास हुत्ती कन्न ब़ोड़ला, महाराज डेख एच्चे मां किट्ठी माये ना छे या कोन्हीं। देवता किताब चे हेक-हेक पन्ने नूं पुतरती कन्न डेखू लागती गेल्ला पर ओन्हूं राजे चे ना किट्ठी वी नी डिसले।
राजे ने देवते नूं ओक्खे डेखती कन्न ब़ोड़ला, महाराज तम्हीं इतने डुक्खी ना हुवा, तू माये ना सोधणे मां कुई कसर कोन्हीं छोड़ली। हा ता माये खोद्द ची कमी छे की माये कन्नू भगति करणे चा सम्मे कोन्हीं। राजे चे मन मां हीन भाव पेदा हुल्ला मगर ओण्हे बलति वी वे बाते पे ध्यान कोन्हीं डिल्ला। ओ बलति बन्दा ची सेवा मां लागती गेल्ला। राजा घणे डिय्हा चे बाद दुबारा घुमणे कल्ले गेल्ला। ओन्हूं दुबारा ओ देवते चे दरसन हुल्ले। ए वारी वी ओच्चे हाथ मां हेक किताब हुत्ती। ये किताब चा रंग ते अकार अल्ग हुत्ता ते पहले ची किताब कन्नू घणी निकड़ी हुत्ती। राजे देवते नूं नमस्कार करला ते ब़ोड़ला, महाराज आज आप किसे हिसाब ची किताब आपणे हाथ मां चल्ली फिर्रा। देवता ब़ोड़ला, राजन आज ये किताब मां वा बन्दा चे ना छे जक्को नरिकार नूं घणी प्यारी छी। राजा ब़ोड़ला, कितने भाग आल्ली हुवे वे बन्दी जक्को रात-डियो भगति करती रिही। एच्चे मां माये राज्ये चे बन्दा चे ना वी हुवी।
देवते ने किताब खोलती कन्न डेखली ते ब़ोड़ला, राजन पहले पन्ने पे ता दुद्धे ना छे। राजा अचम्भित हुत्ती कन्न ब़ोड़ला, महाराज माये ना किवें लिखले पल्ले, में ता मन्दरा मां कड्डी-मड्डी जाये वे। देवता ब़ोड़ला, राजन एच्चे मां अचम्भित होणे ची का बात छे? जक्को बेन्न सोचले मोल्ख ची सेवा करे ते मोल्ख ची सेवा मां आपणा जीवन लाती डिये वे। नरिकार वाच्ची भगति खोद्द करे वे। सच्ची भगति ता हा छे, जक्को बन्दा ची सेवा करो। राजा देवते ची बात समझती गेल्ला की बन्दा ची सेवा ही सारा मूं बडी भगति छे। वे ही नरिकार चे प्यारे छी।
- टिपणी डाक करा