तरेमासिक पतरिका

ओड चे मुहारे (176-200)

176. चलती चे ना गड्‍डी छे
अर्थ- कार्य चलते रहना चाहिए।
वाक्‍य प्रयोग- सुनील चलती चे ना गड्‍डी छे।


177. ना दुद्‍धा ना माया
अर्थ- किसी काम का न होना।
वाक्‍य प्रयोग- महेस ने ओन्हूं कहले की ना दुद्‍धा ना माया छे।


178. छोला चा बढ छे
अर्थ- कम समझना।
वाक्‍य प्रयोग- अनील अमचे गांवा मां छोला चा बढ छे।

ओड चे आच्छे विचार (226-250)

226 अस्तरिया जुवान कन्‍नू घणिया दिमागदार रिही कांकि वा कुई बात नूं जाणे कम ते समझे घणी वे। जेम्स थर्बर


227 उसड़े चुणा जक्‍को आपा नूं आच्छे लागो आपा नूं सारी जिन्दगी हेक डियो काम नी करणे पड़ी। कन्फयूशियस


228 जिसे बेल्हे सारा मोल्ख चोप्‍पचाप हुत्‍ती जाये वे ता हेक्‍को अवाज दरेह रिहे वे। मलाला युसुफजई

ओड चे आच्छे विचार (201-225)

201. लोक दुद्‍धी इज्‍जत ची परवां ना करी, पहले खोद्‍द नूं साबित करती डिखाण। रतन टाटा


202. जिन्दगी सेंकल चलावे सिरकी छे, जिवे सेंकल चलावणे कल्‍ले आच्छे सनतुलन ची लोहोड़ पड़े, यू ही आच्छा जीवन जीती कन्‍न अम्हीं आपणी जिन्दगी नूं उगते बड़ा सगू। अल्बर्ट आंइस्टीन


203. बाट नी डेखणी चाही छे, सई सम्‍मे कड्‍डी ना आवी वी। नेपोलियन हिल

ओड चे चुटकले (151-160)

(151) गुरजी- सोनू, तू काल इस्कूल कां कोन्हीं आल्‍ला हुत्‍ता।
सोनू- गुरजी, में काल खाब मां अमरीका चाहला गेलता ला।
गुरजी- ठीक छे, मोनू, तू इस्कूल कां कोन्हीं आल्‍ला।
मोनू- गुरजी, में सोनू नूं हवायी झाज चे अड्‍डे पे छोड़ू गेलता ला।

बीरबल ची खिचड़ी

अकबर ने कड़ाके चे पाले मां एलान करला की जक्‍को बन्दे सारी रात आधे डुब़ती कन्‍न पाणिया मां भिल्‍ले रिही ता में ओन्‍हूं हेक हजार मोहरा एनाम मा डी। हेक गरीब धोब़ी ने आपणी गरीबी दुर करणे कल्‍ले सारी रात ठाडे पाणिया मां भिल्‍ला रहला, बाद मां ओ एनाम गहणे कल्‍ले बादसा चे महल मां गेल्‍ला। बादसा ने ओ कन्‍नू पूछले, तू किवें बेन्‍न नुहले सारी रात भिल्‍ले-भिल्‍ले नद्‍दी मां बिताल

सेर ते लोम्बड़ी

सेर, लोम्बड़ी ते गाड़े तीन यार हुत्‍ते। तीहीं ने हेक डियो सिकार करणे ची सोचली। तीन्हीं सिकारा चे चक्‍कर मां टुरती पल्‍ले। वान्हूं हेक रोझड़ी डिसली। वे रोझड़ी भांसू लागती गेल्‍ले। रोझड़ी दरोड़ती-दरोड़ती थाकती गेल्‍ली। सेर ने रोझड़ी नूं मारती नाखले ते सेर ने गाड़े नूं कहले की एच्‍चे तीन हेंसे करती नाख। गाड़े ने रोझड़ी चे तीन हेंसे करती नाखले। सेर हा डेखती घुस्‍सा हुत्‍त

मेहनत चा सुवाद

हेकवारी हेक राजा आपणे राज्‍ये मां घुमणे कल्‍ले निकड़ला। घुमते-घुमते ओ हेके गांवा मां पुजला। ओण्हे उट्‍ठे डेखले की हेके खेत मां हेक किसान काम करे पलता ला। ओ पघरों पाणी हुल्‍ला भिलता पर ओच्‍चे मूंह पे मेहनती ची खुसी हुत्‍ती। ओ खूवा मूं पाणी छिकती खेत मां नाखे पलता ला। राजे ओन्हूं मेहनत करते डेखले ते ओची मदद कल्‍ले कसा इन्‍तजाम करले। ओन्हूं खेत मां पाणी लावणे मां आसानी ह

सींगे भली या पग

हेक वारी हेक बारासींगा जोहड़ मां पाणी पीये पलता ला। ओण्हे पाणिया मां आपणी पच्‍छांवे डेखली ते सोचू लागती गेल्‍ला की मायी सींगे कितनी सोहणी छी पर माये पग कितने पतले-पतूंग ते बेकार छी।ओ बेल्हे ओच्‍चे कान मां सेर चे दहाड़ने ची अवाज गुंजली। बारासींगा डर्रा कन्‍नू दरोड़ती पल्‍ला। ओण्हे भांसू डेखले ते सेर ओच्‍चे भांसू लागला फिर्रे ला। दरोड़ती-दरोड़ती कन्‍न ओ घणी दूर आती गेल्

सुणा सारा ची करा मन ची

हेक सम्‍मे ची बात छे, घणे सारे डेडर जंगल मां जायी पलते ले। वे आपसी बाता मां घणे मगन हुल्‍ले जायी ले। ओ बेल्हे वाच्‍चे मूं डोन डेडर खड्‍डे मां ढेती पल्‍ले। नेरे डेडर ने डेखले ता वाच्‍चे यार घणे झिंक्‍के खड्‍डे मां ढेती पल्‍ले। खड्‍डा घणा झिंक्‍का हुत्‍ता ए सांगू वाण्हे सोचले की याचे ब़हारू निकलणे घणे ओखे काम छे। वाण्हे वान्हूं साड डिल्‍ला की तम्हीं डोन्हीं आपणे आप नूं

पंचांग

वरणमाला केदा

भासा जागरूकता पोस्टर